राजस्थान का भूगोल – Scientific View (Hinglish + Hindi Mix)
1. Location & Position (स्थान और स्थिति)
Place / स्थान: भारत के उत्तर-पश्चिम (North-West) हिस्से में स्थित।
Area / क्षेत्रफल: 3,42,239 वर्ग किमी (भारत का सबसे बड़ा राज्य, कुल क्षेत्रफल का लगभग 10.4%)।
Lat/Long / अक्षांश-देशांतर: 23°3’ N – 30°12’ N & 69°30’ E – 78°17’ E।
Borders / सीमाएँ:
पश्चिम (West): पाकिस्तान – 1070 किमी लंबी अंतर्राष्ट्रीय सीमा (मुख्यतः रेगिस्तान)।
उत्तर (North): पंजाब, हरियाणा
पूर्व (East): उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश
दक्षिण-पश्चिम (South-West): गुजरात
🔬 Science Note:
थार मरुस्थल (Thar Desert) यहाँ का एक अद्वितीय शुष्क पारिस्थितिकी तंत्र (arid ecosystem) है, जिसकी स्थिति और मानसून की दिशा यहाँ की जलवायु (climate) और पर्यावरण (ecology) को गहराई से प्रभावित करती है।
2. Physiography / भूप्रकृति
राजस्थान को मुख्यतः 4 भौतिक भागों (physical regions) में बाँटा जाता है:
1. Thar Desert / थार मरुस्थल (Arid Zone)
क्षेत्रफल: पश्चिमी राजस्थान का लगभग 60% हिस्सा।
विशेषताएँ: रेत के टीले (Sand dunes – Barchans, Parabolic dunes), लवणीय झीलें (Salt lakes – सांभर, डीडवाना, पचपदरा)।
🔬 Desertification (मरुस्थलीकरण) को रोकने के लिए इंदिरा गांधी नहर परियोजना (Indira Gandhi Canal Project) चलाई जा रही है।
2. Aravalli Range / अरावली पर्वतमाला
दिशा: दक्षिण-पश्चिम से उत्तर-पूर्व।
आयु: ~2.5 अरब वर्ष (Precambrian age) – विश्व के सबसे पुराने पर्वतों में से एक।
विभाजन: उत्तर अरावली – बंजर भूमि; दक्षिण अरावली – वनों से भरपूर।
🔬 मानसून के बादलों के लिए Rain-shadow effect (वर्षा-छाया प्रभाव) उत्पन्न करती है।
3. Eastern Plains / पूर्वी मैदान
उपजाऊ भूमि, चंबल व बनास नदी के बेसिन।
🔬 मिट्टी में उच्च जलधारण क्षमता (High water retention capacity)।
4. South-Eastern Plateau / दक्षिण-पूर्वी पठार (Hadoti)
कोटा, बूंदी, झालावाड़।
बेसाल्टिक चट्टानें (Basaltic rocks) – ज्वालामुखीय उत्पत्ति (volcanic origin)।
3. Climate / जलवायु
Type / प्रकार: उष्णकटिबंधीय मरुस्थलीय जलवायु (Tropical Desert Climate)।
Rainfall / वर्षा: पश्चिम में <100 मिमी, पूर्व में 500–600 मिमी।
Temperature / तापमान: ग्रीष्म (Summer) – 48°C तक, शीत (Winter) – 0°C से नीचे।
Rainfall Source / वर्षा का स्रोत: दक्षिण-पश्चिम मानसून।
🔬 Scientific View:
High evaporation rate (उच्च वाष्पन दर) → पानी का तेजी से नुकसान।
Solar radiation: 5–7 kWh/m²/day → सौर ऊर्जा (solar power) उत्पादन के लिए आदर्श।
Desert winds (रेगिस्तानी हवाएँ) → पवन ऊर्जा (wind energy) के लिए अनुकूल।
4. Rivers & Water Resources / नदियाँ व जल संसाधन
मुख्य नदियाँ: चंबल, बनास, लूणी, साबरमती, माही।
लूणी नदी पश्चिम में लवणीय झीलों में समाप्त होती है (Endorheic drainage)।
प्रमुख झीलें: सांभर (भारत की सबसे बड़ी अंतर्देशीय लवणीय झील), पुष्कर, नक्की।
🔬 Science Note:
अधिकांश नदियाँ Seasonal (ऋतु आधारित) हैं। जल संरक्षण के लिए जोहड़, बावड़ी, टांका (traditional water structures) और modern rainwater harvesting तकनीक का उपयोग होता है।
5. Soil Types / मिट्टी के प्रकार
Sandy soil / रेतीली मिट्टी (West) – जलधारण क्षमता कम।
Black soil / काली मिट्टी (Hadoti) – जलधारण क्षमता अधिक।
Red-Yellow soil / लाल-पीली मिट्टी (East/South)।
Saline soil / लवणीय मिट्टी (Salt lake areas)।
🔬 Scientific Note:
काली मिट्टी volcanic rocks के weathering से बनी है और कपास (cotton) के लिए आदर्श है।
6. Biodiversity / जैव विविधता
Vegetation: Xerophytes (शुष्क अनुकूल पौधे) – खेजड़ी, बेर, थोर।
Wildlife: काला हिरण, चिंकारा, रेगिस्तानी लोमड़ी, ग्रेट इंडियन बस्टर्ड।
Protected areas: रणथंभौर, सरिस्का, डेजर्ट नेशनल पार्क।
🔬 पौधों में जल संरक्षण adaptations – deep roots (गहरी जड़ें), waxy leaves (मोमी पत्ते), छोटे पत्ते।
7. Minerals & Energy / खनिज व ऊर्जा
Minerals: जिंक, तांबा, संगमरमर, फॉस्फेट, जिप्सम।
Energy:
Solar: भड़ला सोलर पार्क (2.25 GW, विश्व का सबसे बड़ा)।
Wind: जैसलमेर, बाड़मेर।
Hydro: चंबल घाटी परियोजना।
🔬 भूगर्भीय संरचना (geological structure) खनिज संपदा में समृद्ध है, खासकर अरावली क्षेत्र में।
By :- b.k. samotya sir
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